समाचारपत्र के स्वरुप के मुताबिक संयुक्त संपादक या सहायक संपादक अथवा
दोनों पदों पर अलग अलग पत्रकार की नियुक्ति कर समाचारपत्र सम्पादन के
कार्यो को अंजाम दिया जाता है. इनकी मुख्य भूमिका प्रधान सम्पादक के सहयोगी
के रूप में होती है और बड़े समाचारपत्रों की व्यवस्था में उनके अलग अलग
कार्य निर्धारित कर दिए जाते है. सम्पादकीय विभाग के सहयोगियों के कार्यो
के निरिक्षण और दिशा निर्देश के साथ सहायक सम्पादक, अग्रलेख, सम्पादकीय
टिप्पणियों, राष्ट्रीय, अन्तरराष्ट्रीय घटनाकर्म की समीक्षा, फीचर लेखन,
इत्यादि प्रवार्तियो में सक्रिय रूप से हिस्सेदार होते है. इसलिए इन्हें
गहन अध्ययन करना जरुरी होता है. दरअसल सम्पादकीय विभाग के ये मजबूत स्तम्भ
है जो जनमत तैयार करने तथा समाचारपत्रों के माध्यम से लोक शिक्षण में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. इनका सीधा सम्बन्ध समाचारपत्र के विचार पक्ष
से होता है तथा समाचारों के नवीनतम घटनाक्रम पर निगाह रखते हुए तत्काल
टिप्पणी प्रस्तुत करनी होती है.
Saturday, July 14, 2012
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment