विविध
पत्रकार - 02
आज कल के समाचारपत्रों में अर्थ और वाणिज्य समाचारों का प्रचलन तेजी से बड़ा है. व्यापार वाणिज्य उद्योग तथा अर्थ से सम्बंधित समाचारों, शेयर बाज़ार तथा मंडियों के बाज़ार भाव इत्यादि के लिए समाचारपत्रों के एक से तीन पृष्ट सुरक्षित रखे जाते है . इसके लिए भी सम्पादकीय विभाग में आर्थिक डेस्क या आर्थिक संपादक की व्यवस्था की जाती है . इनकी मदद के लिए अलग अलग संवाददाताओ की नियुक्ति की जाती है . कॉर्पोरेट सेक्टरो के जाल ने तो आर्थिक पत्रकारिता को नए आयाम दिए है .
आज
के दॊर में फिल्म जगत से जुड़े समाचारों को भी प्रमुखता दी जाने लगी है . प्राय बुधवार
या शुक्रवार को समाचारपत्र फ़िल्मी मैगज़ीन के रूप में दो या चार पृष्ठों में अतिरिक्त
सामग्री देते है . जिन्हें फ़िल्मी दर्शक अत्यंत चाव से पड़ते है . फ़िल्मी मैगज़ीन के
लिए समाचारपत्र फिल्म संपादक की सेवाए लेते है
प्राय
हर समाचारपत्र रविवार को चार, छः अथवा आठ पृष्ठों में रविवारीय परिशिस्ट से सम्बंधित सामग्री देते है. इनमे पृष्ठों के अनुसार
कहानी, उपन्यास, लघुकथा, फीचर, रिपोतार्ज, गीत, ग़ज़ल, खेल, सांस्कृतिक, साहित्यिक गतिविधियों
से सम्बंधित साप्ताहिक समीक्षा, बच्चो तथा महिलाओ से जुडी सामग्री दी जाती है .
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